Bhumi Survey Band : DLRS भूमि सर्वे की साइट बंद, भूमि रैयत हो गए परेशान, दलालों की होने लगी कमाई शुरू।

Bhumi Survey Band

Bhumi Survey Band : बिहार में जमीन सर्वे की ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया अगस्त में शुरू की गई थी लेकिन पिछले 7 दिनों से डीएलआरसी की वेबसाइट ठीक ढंग से काम नहीं कर पा रही है जिसकी वजह से जमीन के रैयत पपत्र 2 को भरकर ऑफलाइन जमा करने के लिए सर्वे शिविर की ओर जा रहे हैं। इस सिविल में दलालों की भीड़ जमी हुई है जो रैयत से गैर तरीके से अवैध वसूली कर रहे हैं।

यह सभी दलाल ऑफलाइन माध्यम से जमीन के सर्वे को करवाने की लालच देकर जमीन मालिक के रैयत से अधिक पैसे की वसूली कर रहे हैं। भ्रष्टाचार की सीमा चरम पर पहुंच गई है। डीएलआरसी की वेबसाइट पर यदि आप अपने प्रपत्र 2 को भर के और अपलोड करते हैं तो उसे वेबसाइट में यह दिखाता है कि सरवर में जगह नहीं है।

सरकार को वेबसाइट का डिजाइन करने से पहले उसमें काफी स्पेस रख देना चाहिए ताकि लोगों को अपलोड करने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े लेकिन बिहार में सारा काम दो नंबर का होता है।

Bhumi Survey Band || DLRS भूमि सर्वे की क्या समस्या हैं?

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का हमारे आर्टिकल में स्वागत है दोस्तों इस आर्टिकल के अंदर हम आपको बताएंगे कि डीएलआरसी भूमि सर्वे की वेबसाइट पिछले 7 दिनों से ठप पड़ी हुई है और Bhumi Survey Band हो गई है।

सरकार ने अगस्त महीने में सर्वे के ऑनलाइन प्रक्रिया को शुरू करवाया था जिसमें से ज्यादातर रैयतधारी लोगों ने अपना ऑनलाइन आवेदन कर लिया लेकिन जिन लोगों ने आवेदन नहीं कर पाया तो वह सभी लोग परेशान हैं और सर्वे की वेबसाइट काम नहीं कर रही है इसीलिए वह सभी लोग ऑफलाइन आवेदन सर्वे सिविल की ओर दे रहे हैं जिसमें दलालों के माध्यम से जनता से बहुत मोटी रकम वसूली जा रही है भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है।

नए नियुक्त किए गए अमीन और कानूनगो सब मोटी रकम की वसूली कर रहे हैं और यह सलाह दे रहे हैं कि आपका जमीन का सर्वे सबसे पहले किया जाएगा इसीलिए आप मुझे ज्यादा पैसा दे दीजिए।

Bhumi Survey दुबारा कब चालू होगा?

भूमि सर्वे साइट दोबारा 10 नवंबर से चालू कर दिया जाएगा। जैसे ही साइट को चालू किया जाएगा आप सभी लोग अपने फॉर्म को तीन बी से काम का पीडीएफ बनाकर और जमीन संबंधित सभी विवरण को ठीक तरीके से बढ़कर अपलोड करेंगे ध्यान रहे इस फॉर्म को भरने में ग्राम पंचायत के सरपंच या मुखिया द्वारा बना हुआ वंशावली बनाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पहले वंशावली बनाने की प्रक्रिया काफी जटिल हुआ करती थी।

कई दिन तक परेशान होने के बाद सरपंच साहब वंशावली पर सिग्नेचर करते थे लेकिन भूमि सर्वे के सिविल में कानूनगो और अमीन ने स्पष्ट बता दिया है कि हाथ से बना हुआ वंशावली जो सभी के द्वारा सभी प्रमाणित हो आप दे सकते हैं आपको कोर्ट कचहरी जाने की जरूरत नहीं है। फिलहाल वर्तमान में Bhumi Survey Band बंद है।

भूमि सर्वे में किन मामलों में कोर्ट कचहरी जाने की आवश्यकता है?

वैसे तो सभी अंचल की पंचायत भवन पर सिविल लगाकर बता दिया गया है की जमीन संबंधित मामले में किसी भी प्रकार के जमीन रसीद देना अनिवार्य नहीं है अनावश्यक रूप से दाखिल खारिज और रसीद कटवाने की कोई जरूरत नहीं है पर पपत्र 2 पर खाता खेसरा और रखवा की जानकारी देकर और वंशावली पर स्वयं हस्ताक्षर करके भी बनाया जा सकता है लेकिन बटवारा संबंधित मामले में कोर्ट अथवा किसी भी संबंधित प्राधिकार का अथॉरिटी होना जरूरी है तभी बटवारा मान्य किया जाएगा।

Bhumi Survey Important Links

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निष्कर्ष: इस प्रकार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बिहार Bhumi Survey Band से संबंधित सभी प्रकार के महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया हूं हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी कृपया इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के बीच जरूर शेयर करें धन्यवाद दोस्तों।

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